बेंगलुरु: हर खेल प्रेमी के लिए वो पल बेहद खास होता है जब उसका पसंदीदा टीम या खिलाड़ी जीत हासिल करता है। ऐसे ही एक ऐतिहासिक पल का गवाह बना था बेंगलुरु, जब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने पहली बार IPL की ट्रॉफी अपने नाम की। लेकिन इस जश्न के बीच जो दर्दनाक हादसा हुआ, उसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। भीड़ के बीच मची भगदड़ में कई परिवारों ने अपने अपनों को खो दिया। इसी पृष्ठभूमि में अब एक नई पहल की गई है, जो भविष्य के लिए न सिर्फ उम्मीदें लेकर आई है, बल्कि बेंगलुरु को खेल के नक्शे पर एक नया स्थान देने की ओर भी बढ़ रही है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने घोषणा की है कि बेंगलुरु के पास सूर्या सिटी, बोम्मासंद्रा में एक भव्य और विशाल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा। इस स्टेडियम की दर्शक क्षमता 80,000 होगी, जो कि इसे अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बनाएगी।
चिन्नास्वामी स्टेडियम से 22 किलोमीटर दूर होगा
इस फैसले के पीछे सिर्फ खेल को बढ़ावा देना ही नहीं, बल्कि जन सुरक्षा, सुव्यवस्था और भविष्य के बड़े आयोजनों के लिए तैयारी भी मुख्य कारण हैं। यह स्टेडियम मौजूदा एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम से लगभग 22 किलोमीटर दूर होगा।
दर्दनाक हादसे के बाद बदली प्राथमिकता
4 जून 2025 को RCB की ऐतिहासिक जीत के बाद जब हजारों प्रशंसक चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जमा हुए, तो किसी ने नहीं सोचा था कि जश्न का माहौल कुछ ही पलों में मातम में बदल जाएगा। स्टेडियम के बाहर भीषण भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हुए।
इस घटना ने न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए, बल्कि सरकार और क्रिकेट संगठनों को भी यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या मौजूदा आधारभूत संरचनाएं इतने बड़े आयोजनों के लिए पर्याप्त हैं? जवाब था- नहीं।
100 एकड़ में फैला होगा यह खेल परिसर
इस नए स्टेडियम के निर्माण पर ₹1,650 करोड़ की लागत आएगी, जिसका पूरा खर्च कर्नाटक हाउसिंग बोर्ड उठाएगा। यह सिर्फ एक स्टेडियम नहीं होगा, बल्कि एक स्पोर्ट्स सिटी के रूप में तैयार किया जाएगा। इसमें होंगे:
- आठ इनडोर और आठ आउटडोर खेलों की आधुनिक सुविधाएं
- इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का जिम और ट्रेनिंग सेंटर
- खिलाड़ियों के लिए हॉस्टल और गेस्ट हाउस
- दर्शकों के लिए होटल और लॉज
- एक बड़ा कन्वेंशन हॉल, जहां अंतरराष्ट्रीय आयोजन हो सकें
- और स्वाभाविक रूप से विश्वस्तरीय क्रिकेट मैदान
यह परियोजना न केवल कर्नाटक बल्कि पूरे दक्षिण भारत में खेलों को नई दिशा दे सकती है। यह स्थान भविष्य में BCCI की राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) के एक दूसरे केंद्र के रूप में भी विकसित हो सकता है।
एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम पर क्यों उठे सवाल
घटना के बाद गठित जांच आयोग, जस्टिस जॉन माइकल कुन्हा की रिपोर्ट में साफ कहा गया कि 32,000 दर्शकों की क्षमता वाला एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम, जो सिर्फ 17 एकड़ में फैला है, बड़े आयोजनों के लिए उपयुक्त नहीं है। पार्किंग, प्रवेश और निकास जैसी बुनियादी सुविधाएं सीमित हैं, जिससे भीड़ नियंत्रण एक बड़ी चुनौती बन जाती है।
आयोग ने सुझाव दिया कि बड़े मैच या समारोह ऐसे स्थानों पर आयोजित किए जाएं, जहां बेहतर सुविधाएं, स्थान और सुरक्षा उपाय मौजूद हों। सरकार ने इस रिपोर्ट को गंभीरता से लिया और नए स्टेडियम की दिशा में कदम बढ़ाया।
महाराजा ट्रॉफी 2025 की मैसूर में मेजबानी
इस हादसे के बाद से राज्य में खेल आयोजनों को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। 11 अगस्त से शुरू होने वाली घरेलू टी-20 लीग ‘महाराजा ट्रॉफी’ को बेंगलुरु से हटाकर मैसूर में आयोजित किया जा रहा है। कारण था बेंगलुरु पुलिस से अनुमति न मिल पाना।
अब सवाल यह उठने लगा है कि क्या आने वाले महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 और आईपीएल 2026 के कुछ मैचों की मेजबानी बेंगलुरु में संभव होगी? फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है, लेकिन सरकार और खेल संगठन दोनों मिलकर इस दिशा में काम कर रहे हैं।
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