RCB CARES: बेंगलुरु में जून की वो शाम कोई नहीं भूल सकता, जब जीत का जश्न मातम में बदल गया। IPL में पहली बार चैंपियन बनी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की विक्ट्री परेड के दौरान जो हादसा हुआ, उसने पूरे देश को झकझोर दिया। इस दर्दनाक हादसे में 11 लोगों की जान चली गई और 50 से ज़्यादा लोग घायल हो गए। इस त्रासदी ने सिर्फ 11 परिवारों की खुशियां नहीं छीनी, बल्कि एक टीम, एक शहर और लाखों फैंस का दिल भी तोड़ दिया।
अब, इसी हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए RCB ने इंसानियत और ज़िम्मेदारी का परिचय देते हुए बड़ा कदम उठाया है। टीम ने सभी 11 परिवारों को 25-25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का एलान किया है। ये सिर्फ एक रकम नहीं, बल्कि एक भावना है, एक वादा है – कि RCB अपने फैंस के साथ खड़ी है, चाहे समय कैसा भी हो।
हमने अपने 11 परिवारों को खोया: RCB का भावुक पोस्ट
RCB ने शनिवार को सोशल मीडिया पर एक भावनात्मक पोस्ट जारी की, जिसमें उन्होंने कहा –“हमने RCB परिवार के 11 सदस्यों को खो दिया। वे सिर्फ फैन नहीं थे, वे हमारी टीम, हमारे शहर और हमारे समुदाय का हिस्सा थे। उनकी कमी कोई पैसा पूरी नहीं कर सकता, लेकिन सम्मान के तौर पर हम ₹25-25 लाख की मदद देना चाहते हैं।”
इस मदद को टीम ने सिर्फ आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि “एकता और देखभाल का वादा” बताया है। टीम ने ‘RCB Cares’ नाम से एक पहल की शुरुआत भी की है, जो भविष्य में फैंस के भले के लिए काम करती रहेगी।
ये भी पढ़ें- प्रदूषण से औसतन 3.5 साल घट रही है भारतीयों की उम्र, इन शहरों में सबसे ज्यादा खतरा, देखें रिपोर्ट
जब जश्न में बदल गई थी भगदड़: 4 जून की काली शाम
4 जून 2025 को बेंगलुरु में RCB की ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाने के लिए विक्ट्री परेड रखी गई थी। इस परेड में हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी, लेकिन सुरक्षा और प्रबंधन की भारी कमी के चलते हालात बेकाबू हो गए। भगदड़ मची और पलभर में जश्न चीखों में बदल गया। 11 जिंदगियां खत्म हो गईं और दर्जनों लोग घायल हो गए।
RCB की जीत पूरे बेंगलुरु की जीत मानी जा रही थी। टीम का जश्न देखना हर फैन का सपना था, लेकिन भीड़ के इस जुनून ने एक बड़ा हादसा पैदा कर दिया। लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए सरकार ने परेड को आखिरी वक्त पर रद्द नहीं किया, क्योंकि इससे और बड़ा बवाल खड़ा हो सकता था।
जांच में सामने आई ज़िम्मेदारी
17 जुलाई को कर्नाटक सरकार की रिपोर्ट में RCB को इस हादसे के लिए ज़िम्मेदार ठहराया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, टीम ने स्टेडियम में परेड के लिए जरूरी परमिशन नहीं ली थी। रिपोर्ट में विराट कोहली का भी जिक्र आया, जिसने इस आयोजन को और भी चर्चा में ला दिया।
इसके बाद 26 जुलाई को जस्टिस जॉन माइकल कुन्हा आयोग की रिपोर्ट आई। इसमें स्टेडियम की खस्ताहाल व्यवस्था को भी हादसे का बड़ा कारण बताया गया। भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा, पार्किंग और आपातकालीन उपाय – सब कुछ नाकाफी था। स्टेडियम को बड़े इवेंट्स के लिए असुरक्षित करार दिया गया।
CM सिद्धारमैया का बयान: हादसे के पीछे हालात ज़िम्मेदार
8 अगस्त को विधानसभा में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि यह हादसा किसी पार्टी या सरकार की लापरवाही नहीं, बल्कि हालात की वजह से हुआ। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में भाजपा शासित राज्यों में 20 से ज्यादा भगदड़ हुई हैं। बेंगलुरु की जनता ने RCB की जीत को दिल से लगाया और भीड़ बेकाबू हो गई।
उन्होंने विपक्ष पर पलटवार करते हुए पूछा कि जब कोरोना काल में चामराजनगर में ऑक्सीजन की कमी से 36 मौतें हुईं, तब क्या तत्कालीन सरकार को दोषी ठहराया गया था?
RCB Cares: सिर्फ एक कदम नहीं, एक पहल
RCB की ओर से घोषित ₹25 लाख की सहायता सिर्फ एक रकम नहीं है। यह टीम के उन मूल्यों को दर्शाता है, जिनमें संवेदनशीलता, ज़िम्मेदारी और अपने फैंस के लिए सच्ची परवाह शामिल है। RCB ने यह भी स्पष्ट किया कि वह इस पहल को एक लंबी यात्रा बनाएगी, ताकि भविष्य में भी फैंस को सपोर्ट और सम्मान मिलता रहे।
ये भी पढ़ें- व्हिस्की के पैग में अच्छे स्वाद के लिए कितना पानी मिलाना चाहिए? जानें क्या कहती है स्टडी