फेस्टिव सीजन में गोल्ड में इन्वेस्टमेंट करें या स्टॉक्स में लगाएं पैसा, जानें दोनों में निवेश के फायदे और नुकसान

फेस्टिव सीजन में गोल्ड में इन्वेस्टमेंट करें या स्टॉक्स में लगाएं पैसा, जानें दोनों में निवेश के फायदे और नुकसान

Investment: दिवाली नजदीक है। बाजारों में रौनक लौट आई है, घरों में सफाई और सजावट की तैयारियां शुरू हो गई हैं और हर किसी के मन में एक अलग-सी खुशी है। इस वक्त लोग नए कपड़े खरीदते हैं, घर के लिए सजावटी सामान लाते हैं, इलेक्ट्रॉनिक्स, गाड़ियां, गहने सबकुछ खरीदने का चलन है। लेकिन अब एक और बेहद खास चलन जुड़ चुका है- फेस्टिव इन्वेस्टमेंट का।

अगर आपने कभी यह नहीं सोचा कि त्योहारों के इस समय में निवेश की शुरुआत की जाए, तो अब जरूर विचार करें। क्योंकि यह वह वक्त होता है जब बाजार में पॉजिटिविटी होती है, बोनस मिलता है, ऑफर्स आते हैं और निवेश के नए दरवाज़े खुलते हैं।

त्योहारों के मौसम में निवेश क्यों है फायदेमंद?

त्योहारों का समय भारतीय संस्कृति में सिर्फ उत्सव का नहीं बल्कि ‘शुभ शुरुआत’ का भी माना जाता है। धनतेरस और दीपावली जैसे त्योहारों पर घर में कुछ न कुछ नया खरीदना शुभ माना जाता है। इसी विश्वास के साथ अब लोग इन दिनों निवेश की शुरुआत भी कर रहे हैं।

कंपनियां भी इस सीजन को देखते हुए कई इन्वेस्टमेंट स्कीम्स और ऑफर्स लॉन्च करती हैं। इस समय मार्केट में हलचल रहती है, जिससे स्टॉक्स में तेजी देखने को मिलती है। वहीं दूसरी ओर, गोल्ड और सिल्वर की डिमांड बढ़ने से उनकी वैल्यू भी ऊपर जाती है। यानी अगर आप सोच-समझकर और समय पर निवेश करते हैं, तो फेस्टिव सीजन आपके लिए फायदों की झड़ी लगा सकता है।

गोल्ड में निवेश: परंपरा और फायदे का संगम

भारत में सोना सिर्फ एक धातु नहीं, बल्कि भावना है। खासकर दीपावली और धनतेरस पर गोल्ड की खरीदारी को अत्यंत शुभ माना जाता है। यही कारण है कि इन दिनों इसकी डिमांड तेजी से बढ़ती है और साथ ही कीमतें भी।

गोल्ड में निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह महंगाई के दौर में आपके पैसे की क्रय शक्ति को सुरक्षित रखता है। जब शेयर बाजार डगमगाता है या अर्थव्यवस्था अस्थिर होती है, तब भी गोल्ड एक भरोसेमंद विकल्प बनकर उभरता है।

इस सीजन में अगर आप गोल्ड खरीदने का सोच रहे हैं तो ज्वेलरी लेने की बजाय डिजिटल गोल्ड, गोल्ड ETF या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड लेना एक स्मार्ट फैसला होगा। क्योंकि इनमें शुद्धता और स्टोरेज की चिंता नहीं होती, और रिटर्न भी बेहतर मिल सकते हैं।

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शेयर बाजार: जोखिम के साथ रिटर्न का मौका

दिवाली के मौके पर शेयर बाजार में एक खास दिन ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ होता है, जिसे बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन निवेशक नए निवेश की शुरुआत करते हैं।

फेस्टिव सीजन में बाजार में पॉजिटिव सेंटिमेंट बना रहता है। कंपनियों की बिक्री बढ़ती है, कॉर्पोरेट अर्निंग्स के आंकड़े अच्छे आते हैं और निवेशकों में उत्साह रहता है। यही वजह है कि इस समय शेयर बाजार में अच्छा रिटर्न मिल सकता है।

हालांकि, बाजार में उतार-चढ़ाव भी होता है। किसी अनहोनी या नकारात्मक घटना का असर बाजार पर पड़ सकता है। लेकिन अगर आप लॉन्ग टर्म की सोच रखते हैं और सही रिसर्च के साथ निवेश करते हैं, तो स्टॉक्स एक बेहतरीन विकल्प बन सकते हैं।

गोल्ड बनाम स्टॉक्स: किसे चुनें इस दिवाली?

यह सवाल हर निवेशक के मन में आता है कि गोल्ड में निवेश करें या स्टॉक्स में? इसका उत्तर सीधा-सा है- आपके लक्ष्य पर निर्भर करता है।

अगर आप कम जोखिम चाहते हैं, अपने निवेश को सुरक्षित रखना चाहते हैं, और भविष्य के लिए एक मजबूत बचत बनाना चाहते हैं, तो गोल्ड आपके लिए सही रहेगा। खासतौर पर जब आप पारंपरिक सोच के साथ निवेश करते हैं, तो गोल्ड की चमक कभी फीकी नहीं पड़ती।

लेकिन अगर आप युवा हैं, लंबा समय निवेश के लिए निकाल सकते हैं और थोड़ा-बहुत जोखिम उठाने को तैयार हैं, तो स्टॉक्स आपके धन को तेजी से बढ़ा सकते हैं।

वास्तव में, एक समझदार निवेशक दोनों में संतुलन बनाकर चलता है। फेस्टिव सीजन में गोल्ड और स्टॉक्स दोनों में थोड़ा-थोड़ा निवेश करके आप परंपरा और प्रगति दोनों को साथ ले सकते हैं।

निवेश के फैसले से पहले क्या रखें ध्यान?

त्योहार के समय का उत्साह अक्सर लोगों को भावनात्मक रूप से निर्णय लेने पर मजबूर कर देता है। ऐसे में जरूरी है कि आप हर निवेश को अपनी जरूरत, लक्ष्य और जोखिम सहने की क्षमता के हिसाब से तय करें।

गोल्ड खरीदते समय शुद्धता, मेकिंग चार्ज और टैक्स का ध्यान रखना चाहिए। स्टॉक्स में निवेश से पहले कंपनी का बैकग्राउंड, इंडस्ट्री की स्थिति और भविष्य की संभावनाओं को जरूर समझें।

अगर खुद रिसर्च करना मुश्किल लगता है तो किसी फाइनेंशियल एडवाइज़र की मदद लें या म्यूचुअल फंड जैसे गाइडेड विकल्प चुनें।

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