शाम की सुकून भरी घड़ी हो, दोस्तों की महफिल हो या अकेले बिताया जा रहा कोई खास पल, व्हिस्की का एक पैग अक्सर उस लम्हे को और खास बना देता है। लेकिन जैसे ही ग्लास में व्हिस्की डाली जाती है, एक सवाल उठ खड़ा होता है- इसमें पानी मिलाएं या नहीं? और अगर मिलाएं तो कितना?
यह सवाल हर व्हिस्की प्रेमी के दिल में कहीं न कहीं जरूर रहता है। कोई कहता है कि पानी मिलाने से व्हिस्की का स्वाद बिगड़ जाता है, तो कोई मानता है कि बिना पानी के असली स्वाद नहीं आता। लेकिन इस बहस के बीच विज्ञान की क्या राय है? चलिए जानते हैं विस्तार से।
पानी मिलाना पसंद या परंपरा? क्या है सच?
जब भी व्हिस्की की बात होती है, तो उसे पीने के ढंग को लेकर तमाम राय सामने आ जाती हैं। कुछ लोग इसे “प्योर” पीने में यकीन रखते हैं और कहते हैं कि असली स्वाद वही है जो बिना किसी मिलावट के हो। वहीं कुछ लोग थोड़ा पानी डालकर पीना पसंद करते हैं, ताकि अल्कोहल का तेज़ असर कम हो और स्वाद बेहतर महसूस हो।
सच्चाई यह है कि व्हिस्की में पानी मिलाना कोई परंपरा नहीं बल्कि एक व्यक्तिगत पसंद और साइंटिफिक कारणों पर आधारित फैसला है। हर किसी की स्वाद लेने की क्षमता अलग होती है, इसलिए व्हिस्की को कैसे पिया जाए, यह तय करने का कोई एक नियम नहीं है।
व्हिस्की में पानी डालने पर क्या होता है?
हाल ही में वॉशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी और स्वीडन के शोधकर्ताओं की स्टडीज़ से जो बातें सामने आई हैं, वे यह साबित करती हैं कि जब आप व्हिस्की में थोड़ी सी पानी मिलाते हैं, तो उसमें छुपे Volatile Compounds और स्वाद देने वाले मॉलिक्यूल्स एक्टिव हो जाते हैं।
इन तत्वों के सक्रिय होने से व्हिस्की का स्वाद और सुगंध अधिक साफ़ और गहराई से महसूस होती है। यानी अगर सही मात्रा में पानी मिलाया जाए, तो व्हिस्की का अनुभव और भी लाजवाब हो सकता है।
व्हिस्की में कितनी मात्रा में मिलाएं पानी?
सवाल आता है- कितना पानी मिलाना सही है? इसका कोई पक्का फॉर्मूला तो नहीं है, लेकिन विज्ञान कुछ दिशानिर्देश जरूर देता है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, 60 मिलीलीटर व्हिस्की में 20% यानी लगभग 12 मिलीलीटर पानी मिलाना सबसे संतुलित और स्वादपूर्ण विकल्प हो सकता है। इस अनुपात में मिलाया गया पानी व्हिस्की की तीव्रता को कम किए बिना उसके सभी फ्लेवर को खोल देता है।
हालांकि, अगर आप ज़्यादा पानी मिलाते हैं, तो कई बार व्हिस्की के सूक्ष्म स्वाद एक साथ घुलकर फ्लैट हो जाते हैं और उसका असली आनंद खो जाता है। इसलिए बेहतर यही है कि थोड़ा-थोड़ा करके पानी मिलाएं, और हर बार चखते रहें कि कब आपको उसका स्वाद सबसे अच्छा लग रहा है।
क्या बर्फ डालना सही है?
भारत जैसे गर्म देशों में यह सवाल भी आम है- क्या व्हिस्की में बर्फ डालनी चाहिए? इसका जवाब भी आपके स्वाद पर निर्भर करता है। बर्फ व्हिस्की को ठंडा तो कर देती है, लेकिन साथ ही फ्लेवर रिलीज की प्रक्रिया को धीमा कर देती है। यानी स्वाद धीरे-धीरे खुलता है और कभी-कभी पूरी तरह सामने भी नहीं आता।
अगर आपको ठंडी ड्रिंक पसंद है, तो बर्फ डालना गलत नहीं है। लेकिन अगर आप व्हिस्की के सभी फ्लेवर और सुगंध को महसूस करना चाहते हैं, तो थोड़ी सी ठंडी पानी डालना बर्फ से बेहतर विकल्प हो सकता है।
कैसे जानें आपकी परफेक्ट व्हिस्की रेसिपी?
व्हिस्की को सही तरीके से एंजॉय करने का कोई एक पैमाना नहीं है। यह पूरी तरह आपकी पसंद और अनुभव पर निर्भर करता है। अगर पहली बार में व्हिस्की आपको तेज़ या कड़वी लगे, तो 4-5 बूंद पानी डालें, एक और घूंट लें और महसूस करें कि क्या स्वाद में कुछ फर्क आया।
अगर अब भी तीखापन कम न लगे, तो थोड़ा और पानी डालें। धीरे-धीरे आप अपने लिए एक ऐसा बैलेंस खोज लेंगे, जो हर बार आपके अनुभव को खास बना देगा।
याद रखें, व्हिस्की एक भावना है, एक स्वाद नहीं। इसे जैसे आप चाहें वैसे पीना आपके अधिकार में है। बस संतुलन और ज़िम्मेदारी से उसका आनंद लें।
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