भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए चौथे टेस्ट मैच का अंत ड्रॉ के रूप में हुआ, लेकिन यह मुकाबला भारतीय टीम के लिए किसी जीत से कम नहीं रहा। पहली पारी में 311 रन से पिछड़ने और दूसरी पारी की शुरुआत में बिना खाता खोले दो विकेट गंवाने के बावजूद टीम इंडिया ने शानदार वापसी करते हुए मैच बचा लिया।
इस अद्भुत संघर्ष का नेतृत्व किया भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने, जिन्होंने ना केवल बल्ले से कमाल किया, बल्कि अपने साथियों की खुलकर तारीफ कर उनका हौसला भी बढ़ाया। बीसीसीआई डॉट टीवी से बात करते हुए गिल ने कहा, “140 ओवर तक एक ही मानसिकता बनाए रखना बहुत चुनौतीपूर्ण होता है। एक अच्छी और एक महान टीम में यही फर्क होता है, और हमने दिखा दिया कि हम एक महान टीम हैं।”
केएल राहुल की पारी की तारीफ
गिल ने लोकेश राहुल की शानदार पारी की भी सराहना की, जिन्होंने 90 रन बनाते हुए गिल के साथ तीसरे विकेट के लिए 188 रन की साझेदारी की। गिल ने कहा, “जब हमने शून्य पर दो विकेट गंवाए थे, उस समय हमारी साझेदारी ने टीम में उम्मीद जगाई। जिस स्थिति में हम थे, वहां से ड्रॉ निकालना बहुत संतोषजनक है।”
कप्तानी में चमक रहा है शुभमन का बल्ला
शुभमन गिल के लिए यह सीरीज किसी सपने से कम नहीं रही है। बतौर टेस्ट कप्तान पहली बार जिम्मेदारी संभाल रहे 25 वर्षीय गिल इस सीरीज में अब तक 700 से ज्यादा रन बना चुके हैं, जिसमें एक दोहरा शतक और चार शतक शामिल हैं। उन्होंने ओल्ड ट्रैफर्ड में खेली गई अपनी पारी को अब तक की सबसे संतोषजनक पारी बताया। “मुझे लगता है कि यह मेरी सबसे संतोषजनक पारी थी। जब मैं आउट हुआ, तब दो सत्र निकालना बाकी था और ऋषभ पंत चोट के कारण उपलब्ध नहीं थे, ऐसे में जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने कमाल कर दिया।”
जडेजा और सुंदर की धैर्यपूर्ण बल्लेबाज़ी
गिल ने रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने बेहद चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में धैर्य और एकाग्रता दिखाई। जडेजा और सुंदर ने इंग्लैंड के गेंदबाज़ों को आखिरी दो सत्रों में कोई सफलता नहीं दी।
“जब जड्डू भाई और वॉशी बल्लेबाज़ी कर रहे थे, तो गेंद लगातार मूव कर रही थी, लेकिन उन्होंने जिस तरह से शतक बनाए, उससे समझ आता है कि यह कितनी बड़ी उपलब्धि है।”
वाशिंगटन सुंदर का पहला टेस्ट शतक
यह मैच वाशिंगटन सुंदर के लिए बेहद खास रहा क्योंकि उन्होंने अपने करियर का पहला टेस्ट शतक जड़ा। उन्होंने इस पारी को अपने परिवार को समर्पित करते हुए कहा, “यह शतक मेरे लिए और मेरे परिवार के लिए बहुत मायने रखता है। शुरुआत से ही उन्होंने मेरा साथ दिया है।”
सुंदर ने आगे बताया कि जडेजा जैसे अनुभवी बल्लेबाज के साथ बल्लेबाजी करने से उन्हें काफी मदद मिली और दोनों ने मिलकर टीम को हार से बचाया।
आत्मविश्वास से भरी टीम इंडिया
सुंदर ने कहा, “हम स्पिन गेंदबाजों की मददगार पिच पर सिर्फ गेंद को ध्यान से देखने पर फोकस कर रहे थे। यह ड्रॉ पूरी टीम के लिए बहुत अहम है और इससे हमें आने वाले मैच के लिए आत्मविश्वास मिलेगा।”
वर्तमान में इंग्लैंड सीरीज में 2-1 से आगे है। पांचवां और अंतिम टेस्ट मैच गुरुवार से लंदन में खेला जाएगा, जहां टीम इंडिया के पास सीरीज बराबर करने का सुनहरा मौका होगा।