बरेली में दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वाले बदमाशों से गाजियाबाद में मुठभेड़ हुई है। दो बदमाशों के पैर में पुलिस ने गोली मारी है। बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के बरेली स्थित उनके घर पर अचानक रात के अंधेरे में गोलियों की गूंज सुनाई दी। इस दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना ने पूरे देश को सकते में डाल दिया था। लेकिन अब राहत की खबर ये है कि इस घटना के दोषियों को यूपी STF ने गाजियाबाद में हुई मुठभेड़ में मार गिराया है।
12 सितंबर की सुबह करीब 3:30 बजे, जब पूरा बरेली गहरी नींद में सो रहा था, दिशा पाटनी के घर के बाहर अचानक दो राउंड फायरिंग हुई। हमलावर बाइक पर सवार होकर आए थे और ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर फरार हो गए। इस दौरान घर के अंदर दिशा की बहन खुशबू पाटनी, जो एक पूर्व आर्मी ऑफिसर हैं, उनके पिता जगदीश पाटनी (रिटायर्ड डीएसपी) और मां पद्मा पाटनी मौजूद थीं। गोली चलने की आवाज से पूरा परिवार डर के साए में आ गया।
दिशा उस समय मुंबई में थीं, लेकिन उन्हें जब इस खबर की जानकारी मिली तो वे भी हिल गईं। परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता और डर का माहौल था।
गाजियाबाद में STF की मुठभेड़
इस हमले के बाद पुलिस और STF हरकत में आई। यूपी STF की नोएडा यूनिट और दिल्ली सीआई यूनिट की संयुक्त कार्रवाई में गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी एरिया में दो बदमाशों की घेराबंदी की गई। मुठभेड़ के दौरान दोनों को गोली लगी, जिसमें उनकी मौत हो गई।
इनकी पहचान रविंद्र (रोहतक) और अरुण (सोनीपत) के रूप में हुई है। ये दोनों गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा गैंग के सक्रिय सदस्य थे। मौके से जिगाना पिस्टल और कारतूस बरामद किए गए।
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ टिप्पणी
ये हमला कोई सामान्य आपराधिक वारदात नहीं थी। इस फायरिंग की जिम्मेदारी खुद गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा गैंग ने सोशल मीडिया पर ली। एक फेसबुक पोस्ट के जरिए दावा किया गया कि ये फायरिंग संत प्रेमानंद महाराज और कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ की गई टिप्पणी से नाराज होकर की गई है।
पोस्ट में लिखा गया – “ये तो बस एक ट्रेलर है। अगर अगली बार ऐसा बयान दिया गया, तो किसी को जिंदा नहीं छोड़ा जाएगा।” यह सीधी धमकी थी, और कानून-व्यवस्था को खुली चुनौती भी।
खुशबू का बयान बना विवाद की जड़
दरअसल, इस पूरे विवाद की शुरुआत उस वीडियो से हुई जिसमें दिशा पाटनी की बहन खुशबू पाटनी ने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के एक बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था, “ऐसे लोगों का तो मैं मुंह तोड़ दूंगी। अगर ये मेरे सामने होता तो इसे अच्छे से समझा देती कि ‘मुंह मारना’ क्या होता है।”
उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति की सोच इतनी घटिया हो, उसे मंच नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यह बयान राष्ट्र विरोधी है और इससे महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचती है। उनका यह भी कहना था कि लिव-इन में रहने का मतलब सिर्फ लड़की को दोष देना क्यों होता है? लड़के क्या इस समाज का हिस्सा नहीं हैं?
यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और काफी सराहना भी मिली, लेकिन कुछ लोगों को यह नागवार गुजरा और नतीजा यह निकला कि दिशा पाटनी के परिवार पर हमला हो गया।