वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विदेशी फिल्मों पर बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर घोषणा की है कि सभी विदेशी फिल्मों पर 100 प्रतिशत टैरिफ (कर) लगाया जाएगा। यह फैसला मुख्य रूप से हॉलीवुड को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है, लेकिन इस कदम का सीधा असर भारतीय फिल्म इंडस्ट्री पर भी पड़ेगा।
ट्रंप बोले: “फिल्म इंडस्ट्री छीनी जा रही है”
ट्रंप ने अपनी पोस्ट में कहा कि अमेरिकी फिल्म इंडस्ट्री को “दूसरे देशों द्वारा छीना जा रहा है”, जैसे किसी बच्चे से कैंडी छीन ली जाती है। उन्होंने कैलिफोर्निया सरकार को कमजोर और असमर्थ बताते हुए कहा कि वहां की फिल्म इंडस्ट्री सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। इसी वजह से उन्होंने विदेशी फिल्मों पर 100% आयात शुल्क लगाने की घोषणा की है।
भारतीय फिल्मों पर कैसा होगा असर?
भारतीय फिल्मों के लिए अमेरिका एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय बाजार है। उद्योग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक:
- भारतीय फिल्मों की इंटरनेशनल कमाई का 30–40% हिस्सा अमेरिका से आता है।
- तेलुगु सिनेमा के लिए अमेरिका, तेलंगाना के बाद दूसरा सबसे बड़ा बाजार है।
- कई तेलुगु फिल्में 700 से 800 सिनेमाघरों में अमेरिका में रिलीज होती हैं।
अगर 100% टैरिफ लागू हो जाता है, तो भारतीय फिल्मों की अमेरिका में टिकट कीमतें बढ़ जाएंगी, जिससे दर्शकों की संख्या घट सकती है।
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भारतीय फिल्मों की अमेरिका में कमाई
साल 2024 में भारतीय फिल्मों ने अमेरिका में करीब 160–170 मिलियन डॉलर की कमाई की थी। इनमें से कुछ टॉप फिल्में और उनकी कमाई इस प्रकार रही:
- बाहुबली 2 – $22 मिलियन
- काली – $18.5 मिलियन
- पठान – $17.49 मिलियन
- RRR – $15.34 मिलियन
- पुष्पा 2 – $15 मिलियन
अगर इन फिल्मों पर 100% टैक्स लगाया जाए, तो यह डिस्ट्रीब्यूशन डील्स को प्रभावित करेगा और फिल्म की रिलीज़ रणनीति पूरी तरह से बदलनी पड़ेगी।
भारतीय निर्माताओं के लिए नई चुनौतियां
इस नीति के कारण भारतीय फिल्म निर्माताओं को कई व्यावसायिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है:
- निवेश और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी पर असर पड़ सकता है।
- बॉक्स ऑफिस कमाई में भारी गिरावट आ सकती है।
- डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजारों की ओर रुख करना पड़ेगा।
- लोकल डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को मजबूत बनाना होगा।
विशेषज्ञ मानते हैं कि अब भारतीय सिनेमा को अमेरिका के बाहर के बाजारों जैसे मिडिल ईस्ट, यूके, ऑस्ट्रेलिया और डिजिटल स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स पर ज्यादा ध्यान देना होगा।
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